68 एकासना + 7 बियासणा

(2 संपदा के बीच एक बियासणा)

 

शुभारंभ – सं. 2076, भादरवा वद – 14
दिनांक – 16-09-2020, बुधवार

पूर्णाहुति – सं. 2076, कारतक सुदि – 14
दिनांक – 29-11-2020, रविवार

पावन प्रेरणा

प.पू.आ. श्री मेघदर्शनसूरीश्वरजी म.साहेब

  • शक्ति – अनुकूलता हो तो 68 एकासणा एक साथ ही अखंड कीजिए एक भी बियासणा करने की आवश्यकता नहीं है
  • शक्ति – अनुकूलता नहीं हो तो दो संपदा के बीचमें एक – एक बियासणा करके भी नवकार तप कर सकते है (किस हिसाब से करना वो आपको Whatsapp Group मे भेजा जाएगा)
  • शक्ति – अनुकूलता हो तो संपदाके अक्षरसंख्या प्रमाण उपवास और दो संपदा के बीचमें एक – एक बियासणा करके 68 उपवास + 7 बियासणा से भी यह नवकार तप कर सकते है
  • एकासणा या बियासणा के दिन आप उससे बड़ा तप भी कर सकते है
  • अखंड 68 एकासणा से नवकार आराधना करने वाले आराधक दि. 16 /9/2020 से 24/09/2020 में से अपनी अनुकूलतानुसार कोई भी दिन से नवकार तप प्रारंभ कर सकते है
    (उन्होंने क्रमश: नव पदकी आराधन करना है)
  • पदके अक्षर समान दिनमें पद के अक्षर समान प्रदक्षिणा – खमासमण – साथिया -लोगस्स का कायोत्सर्ग करना होगा
  • त्रिकाल देववंदन, उभय प्रतिक्रमण, जिनपूजा, प्रवचन श्रवण इत्यादि यथाशक्ति अनुकूलतानुसार करना होगा
  • पद की २० माल का जाप प्रतिदिन करना होगा
  • हमारे द्वारा Whatsapp मे परिपत्र भेजे जायेगे
  • परिपत्र का वांचन / श्रवण अवश्य करे
  • नवकर मंत्र का प्रभाव- महत्व – रहस्य – ध्यान – जाप आदि का विविध मार्गदर्शन मिलेगा
  • आपको हर 15 दिन मे एक Form दिया जाएगा जो की आपको भरना होगा
  • आराधना की अधिक जानकारी WhatsApp ग्रुप मे भेजी जाएगी Click Here To Join Whatsapp Group

सभी तपस्वियों आत्मशुद्धि परिवार को बहुमान का लाभ प्रदान करे

परिपत्र के आधार पर quiz प्रतियोगिता भी आयोजित होगी जिसमे विजेताओं को सम्मानित किया जाएगा

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